कोई भी काम शुरू करने से पहले आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी होता है। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति कोई भी काम ठीक से नहीं कर सकता है।
जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है वो व्यक्ति हमेशा कोई भी काम करने से पहले हिचकिचाता है। जब व्यक्ति किसी काम को ठीक से नहीं कर पाता है तो वो मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाता है और उसमें डिप्रेशन भी आ जाता है। डिप्रेशन दूर के लिए कई लोग दवाईयां लेने की सलाह देते हैं लेकिन ये शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होती है।विश्वास को बढ़ाने के लिए इस तरह करें मेडिटेशन, जानिए फायदे
मेडिटेशन को लगातार करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी
कोई भी काम शुरू करने से पहले आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी होता है। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति कोई भी काम ठीक से नहीं कर सकता है। जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है वो व्यक्ति हमेशा कोई भी काम करने से पहले हिचकिचाता है। जब व्यक्ति किसी काम को ठीक से नहीं कर पाता है तो वो मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाता है और उसमें डिप्रेशन भी आ जाता है। डिप्रेशन दूर के लिए कई लोग दवाईयां लेने की सलाह देते हैं लेकिन ये शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होती है। मगर डिप्रेशन को दूर करने के लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं।
मेडिटेशन को लगातार करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है वहीं इससे कई तरह के फायदे होते हैं। आज हम आपके लिए लाए हैं मेडिटेशन करने के कुछ तरीके-
मेडिटेशन करने से पहले दिमाग को शांत कर लें। मेडिटेशन करने के लिए घर में या कही बाहर कोई शांत जगह का चयन करें। इससे आपका ध्यान भंग नहीं होता और आप आसानी से ध्यान मेडिटेशन कर सकते हैं।
मेडिटेशन करने के लिए जमीन पर पालथी मारकर बैठ जाएं। ध्यान रहें मेडिटेशन करते समय आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी रहे। रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने से आपके शरीर में ऊर्जा का बहाव आसानी से होता है।
आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए इस तरह करें मेडिटेशन, जानिए फायदे
मेडिटेशन को लगातार करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है।
कोई भी काम शुरू करने से पहले आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी होता है। बिना आत्मविश्वास के व्यक्ति कोई भी काम ठीक से नहीं कर सकता है। जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है वो व्यक्ति हमेशा कोई भी काम करने से पहले हिचकिचाता है। जब व्यक्ति किसी काम को ठीक से नहीं कर पाता है तो वो मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाता है और उसमें डिप्रेशन भी आ जाता है। डिप्रेशन दूर के लिए कई लोग दवाईयां लेने की सलाह देते हैं लेकिन ये शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होती है। मगर डिप्रेशन को दूर करने के लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं।
मेडिटेशन को लगातार करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है वहीं इससे कई तरह के फायदे होते हैं। आज हम आपके लिए लाए हैं मेडिटेशन करने के कुछ तरीके-
मेडिटेशन करने से पहले दिमाग को शांत कर लें। मेडिटेशन करने के लिए घर में या कही बाहर कोई शांत जगह का चयन करें। इससे आपका ध्यान भंग नहीं होता और आप आसानी से ध्यान मेडिटेशन कर सकते हैं।
मेडिटेशन करने के लिए जमीन पर पालथी मारकर बैठ जाएं। ध्यान रहें मेडिटेशन करते समय आपकी रीढ़ की हड्डी बिलकुल सीधी रहे। रीढ़ की हड्डी को सीधा रखने से आपके शरीर में ऊर्जा का बहाव आसानी से होता है।
ऊँ मंत्र का उच्चारण करें। ऊँ का उच्चारण करने से आपका ध्यान भंग नहीं होता और आपके मन में किसी तरह का कोई दूसरा विचार नहीं आता है।
ऊँ का उच्चारण करने के बाद धीरे-धीरे तीन-चार बार गहरी सांसे लें। सांस लेते समय अपने हाथों को अपने पेट पर रखकर सांस लेने की प्रक्रिया को महसूस करें। लेकिन इस बात का ध्यान रखना न भूलें कि इस समय आपके कंधे बिलकुल रिलैक्स रहें।
यह रोजाना करें। ऐसा रोज दिन में 5 से 10 मिनट तक करने से बहुत लाभ होते हैं।
मेडिटेशन के फायदे- मेडिटेशन को रोजाना करने से मन को शांति मिलती है तो वहीं दिमाग भी शांत रहता है। मेडिटेशन से मन में विचारों का टकराव नहीं होता। लगातार मेडिटेशन करने से आत्मविश्वास बढ़ता है और व्यक्ति के अंदर विषम परिस्थितियों को शांत करने की क्षमता बढ़ती है।
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